Breaking News

डिफेंस एक्सपो 2020 :: विदाई के दिन उमड़ा जनसैलाब, सेल्फी लेने की लगी होड़

लखनऊ ब्यूरो (राज प्रताप सिंह) : डिफेंस एक्सपो 2020 के आखिरी दिन मानो पूरा शहर ही वृंदावन योजना में लाइव शो स्थल देखने पहुंच गया हो। सेना के शौर्य को देखने के लिए जनरेटर, वाटर टैंकर और बल्लियों पर लोग चढ़ गए। उनको रोक पाना सुरक्षाकर्मियों के लिये भी मुश्किल हो गया। कोई अनहोनी न हो इसके लिए बार-बार एनाउंसमेंट होते रहे। उधर, लोगों की भीड़ सुबह 9 बजे से ही इतनी अधिक बढ़ गई कि प्रवेश द्वार पर लम्बी कतारें लग गईं। यह कतारें दोपहर 3 बजे के बाद भी लगी रहीं।


एशिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी देखने के लिए रविवार को जनसैलाब उमड़ पड़ा था। सेना के जज्बे उनके मारक हथियारों को देखने के लिए लोगों के जोश को रोक पाना रविवार को मुश्किल हो गया। खचाखच भरा मैदान, जोश और जुनून से लबरेज युवा, चारों तरफ भारत माता की जय के गगनभेदी नारे और तालियों की गड़गड़ाहट गूंज रही थी। पैर रखने की भी जगह नहीं बची। जो लोग आयोजन स्थल तक नहीं पहुंच पाये वो वहां लगी एलईडी स्क्रीन पर लाइव शो देखने लगे।

कार्यक्रम समाप्ति के बाद जब लोग निकले तो पीजीआई जाने वाली रोड पर कुछ देर तक जाम की स्थिति रही। पुलिस व ट्रैफिक कर्मियों ने काफी मशक्कत की और जाम नहीं लगने दिया।


केवल सेल्फी खिंचाने के लिये तीन बजे तक जाते दिखे लोगजुनून ऐसा कि किसी तरह से बस आयोजन स्थल के अंदर पहुंच जाएं। एक बजे आयोजन की समाप्ति की घोषणा के होने के बाद भी लोगों की लम्बी कतारें प्रवेश द्वार लगी रहीं। सुरक्षाकर्मी कहते रहे कि कार्यक्रम खत्म हो गया है अब आप सुरक्षित अपने घर जाइये। इसके बावजूद लोग उनकी सुने बिना आयोजन स्थल के अंदर जाने की जिद पर अड़े रहे। प्रदर्शनी स्थल से भी स्टाल खाली हो चुके थे तो लोगों ने बाहर सेना के मारक हथियारों के पास फोटो खिंचवाकर अपनी उपस्थिति आयोजन स्थल पर दर्ज कराई। 

Check Also

सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व ने कोरोना योद्धा के रूप में फोटो जर्नलिस्ट साथियों का किया सम्मान

लखनऊ । कोरोना महामारी में लोगों जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क चिकत्सीय सुविधा दिलवाने के उद्देश्य …

चंबल वैली में मैराथन प्रतियोगिता का होगा विशाल आयोजन

-कभी दस्यु सम्राटों की रही क्रीड़ा स्थली अब प्रतिभागियों की बनेगी क्रीडा स्थली -चंबल वैली …

विश्व हिंदी दिवस 2021: हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए इन महान साहित्यकार ने किया था संघर्ष

-10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत के तत्कालीन …

Trending Videos