लखनऊ (राज प्रताप सिंह) : अलीगढ़ में ढाई साल की मासूम बच्ची की हत्या के मामले में दिल दहलाने वाले तथ्य सामने आए हैं। बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उसके लेफ्ट चेस्ट पर इस हद तक प्रहार किया गया कि उसकी सारी पसलियां टूट गईं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट की माने तो बच्ची का शरीर इस लायक ही नहीं बचा था कि रेप जैसे अपराध की जांच की जा सके। बच्ची के बाएं पैर में फ्रैक्चर और आंखों पर जख्म के निशान भी मिले हैं। सिर में चोट के साथ हाथ कंधे की तरफ से कटा हुआ पाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्ची को बहुत ज़्यादा पीटा गया है।

बता दें कि अलीगढ़ के टप्पल में अंजाम दिए गए इस खौफनाक हत्याकांड की जांच के लिए छह सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है। हमलावरों ने मासूम की इस बेरहमी से पिटाई की थी कि पसलियों के साथ उसका बायां पैर भी टूट गया था। मासूम के सिर में भी गंभीर चोटें पाई गई हैं। हालांकि, पोस्टामॉर्टम रिपोर्ट में यौन हिंसा का कोई प्रमाण नहीं मिला है।फोरेंसिक लैब में भी जांच करने का फैसला लिया गया है।
2 जून को मिला था शव
एडीजी (कानून-व्यवस्था) आनंद कुमार ने लखनऊ में बताया कि पीड़िता 30 मई को अपने घर से खेलने के लिए बाहर निकली थी। उसके बाद से ही वह लापता थी। इस मामले में 31 मई को एफआईआर दर्ज की गई थी। मासूम का शव 2
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जून को बरामद किया गया था।बच्ची के परिजनों द्वारा पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाने के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
अब तक दो गिरफ्तार
इस जघन्य हत्याकांड में अब तक दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है। परिजनों ने बताया था कि 10 हजार रुपए के विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया। बता दें कि छह सदस्यीय एसआईटी की अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण, अलीगढ़) को सौंपी गई है।इसके अलावा एक सर्किल ऑफिसर और चार जांच अधिकारियों को टीम में शामिल किया गया है।