झंझारपुर मधुबनी/डॉ संजीव शमा : कोरोना वायरस से बनी संकट की स्थिति के बीच देश आज एक अनूठे महायज्ञ का साक्षी बना । रविवार सुबह सात से रात नौ बजे के बीच ‘जनता कर्फ्यू’ के 14 घंटे आपके परिवार, शहर और पूरे देश के लिए बेहद अहम होंगे। इस दौरान आपका संयम महामारी के चक्र को तोड़ने में सहायक हो सकता है।
प्रधानमंत्री के इस आह्वान पर जनता कर्फ्यू का पूरे अनुमंडल क्षेत्र में अभूतपूर्व असर रहा। कोरोना संक्रमण रोकने की मुहिम में यहाँ का जनमानस दिल से जुटा रहा । मुख्यालय से लेकर दूर दराज गांव तक सन्नाटा पसरा रहा। लोगों ने खुद को घरों तक सीमित रखा । ग्रामीण से लेकर शहर का बाजार स्वत: स्फूर्त बंद रहा । सरकारी, निजी परिवहन पूरी तरह बंद रहे। कोरोना को हराने में जुटे योद्धा मुस्तैदी से अपने-अपने मोर्चों पर डटे रहे । रविवार को लेकर लगने वाला बाजार समिति का हटिया बाजार पूरी तरह बंद रहा ।
शहर में जनता कर्फ्यू का सुबह सात बजे से ही असर दिखने लगा। देखते ही देखते सड़कें सूनी हो गई । एनएच 57 प्रधान एवं मुख्य मार्गों पर सन्नाटा पसरा रहा। सुबह 6:30 पर खुलने वाली दुकानें जनता कर्फ्यू को लेकर नहीं खुला। वहीं,थाना चौक,राम चौक एवं मोहना जीरो माइल चौक पर जहां सफर करने वालों का जमावड़ा रहता था, आज सुनसान देखने को मिला। सुबह चार बजे से खुल जाने वाली चाय नाश्ते की दुकानें भी बंद पड़ी रही ।
सड़कों का सन्नाटा यह बताने के लिए काफी है कि जन भागीदारी ने देश की तस्वीर बदल कर रख दिया । थाना चौक पर 15 साल से अखबार बेच रहे श्रवण चौधरी कर्फ्यू के चलते बंद दुकान के बाहर बैठकर अखबार पढ़ते नजर आए। उधर, मोहना से कैथीनिया होते हुए आर एस जाने वाली मुख्य मार्ग के सड़कों पर पसरा सन्नाटा इक्का-दुक्का वाहनों को छोड़कर सूना नजर आया । जनता कर्फ्यू को लेकर मुख्य हाईवे मार्ग एनएच 57 रविवार को दिन भर वीरान नजर आया ।