प्राथमिक शिक्षा में मैथिली भाषा से पढ़ाई को लेकर अनुमंडल कार्यालय पर महाधरना
झंझारपुर मधुबनी (डॉ संजीव शमा) : अनुमंडल मुख्यालय में अम्बेडकर स्मारक परिसर में प्राथमिक शिक्षा में पढ़ाई का माध्यम मैथिली भाषा बने इस मांग को लेकर साहित्यांगन के बैनर तले विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने महाधरना दिया। महाधरना की अध्यक्षता करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता राजदेव मंडल रमण ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा में मैथिली को शामिल करने एवं यहाँ के निवासियों को व्यापक रोजगार उपलब्ध करवाने के मुद्दे पर साहित्यांगन द्वारा महाधरना का आयोजन किया गया।
धरना को संबोधित करते हुए सीतामढ़ी से आये फेकन मंडल ने पहली कक्षा से ही मैथिली की पढ़ाई के लिए आह्वान किया। महाधरना को संबोधित करते हुए उदयचंद्र मिश्र ने प्रसंगवश कहा कि मिथिला की माटी से धनिकलाल और मंगनी लाल जैसे राजनेता हुए। किंतु मैथिली आज तक धनिक नहीं हो सका ।
प्राथमिक शिक्षा में मैथिली को स्थान दिलाने के लिए साहित्यांगन द्वारा चलाये जा रहे अभियान के लिए साधुवाद दिया। महाधरना में मधुबनी,सुपौल,दरभंगा, समस्तीपुर,सीतामढ़ी जिले से पधारे मैथिली आन्दोलनी राजाराम यादव,डॉ मनोज कुमार गौतम,डॉ सुनील झा,श्रवण ठाकुर, आनंद झा, बलराम साह,दिलीप झा, कामेश्वर कामति,कमलेश झा,अमरनाथ झा,डॉ निर्भय शंकर भारद्वाज,गणेश मंडल, रत्नेश्वर झा,हरिमोहन मंडल, डॉ हेमचन्द्र झा,प्रीतम निषाद, पं शिव कुमार मिश्र आदि वक्ताओं ने धरना सभा को संबोधित किया। धरना में शामिल कार्यकर्ताओं ने ‘हमर भाषा हमर मान, मैथिली शिक्षा हुए अभिमान’, ‘जखन मैथिली संविधानमे,तखन कियाक नहि मैथिली प्रावधान मे’,’बिहार सरकार खोलू कान,जागि गेल मिथिलाक दलान’,’पाठशाला मे मैथिली चाही’आदि स्लोगन लिखे तख्ती के साथ धरना स्थल पर बैठे थे ।
महाधरना में मैथिली साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समिति मधुबनी, मिथिला सेना,युवा अधिवक्ता संघ झंझारपुर,महाकवि पंडित लालदास जयंति समारोह समिति खड़ौआ, उद्यान किरण धर्मपुर उजान, नवारम्भ मधुबनी के साथ विभिन्न राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने अपनी सहभागिता देकर महाधरना को सफल बनाने में अपना समर्थन दिया। महाधरना में मिथिलांचल के सैकड़ों सेनानियों ने सरकार से मैथिली भाषा को उचित सम्मान मिले इसकी मांग की।
संचालन करते हुए मलयनाथ मिश्र मंडन ने महाधरना में भाग ले रहे सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया। मौके पर अजित आज़ाद,डॉ.अनिल ठाकुर, डॉ संजीव शमा, काशीनाथ झा किरण, प्रो.केदारनाथ झा,उदयनाथ मिश्र,संजीव नयन,अनुप झा आदि आन्दोलनी मौजूद थे ।