डेस्क : बिहार के सीतामढ़ी के रून्नीसैदपुर में रिश्ते को तार-तार कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक नाबालिग से उसके मौसा ने दुष्कर्म किया, और शादी का झांसा देकर दो माह तक अपने घर में बंधक बना कर यौन शोषण करता रहा। यह मामला सामने आते ही हर कोई सुनकर अवाक रह गया।
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बताया जाता है कि नगर थानाध्यक्ष प्रभात रंजन सक्सेना ने डुमरा बस स्टैंड के पास से नाबालिग लड़की को बरामद कर किया तो अपहरण के इस वारदात के पीछे का घिनौना सच सामने आया। नाबालिग ने इस सगे मौसा के करतूताें की पोल खोलकर रख दी। उसपर यौन शोषण के आरोप लगाए। पुलिस ने पूछताछ के बाद नाबालिग को शिवहर स्थित महिला अल्पावास गृह भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार नाबालिग शहर के एक मोहल्ले की रहने वाली है। उसके घर आरोपी मौसा आता था। आने-जाने के क्रम में उसने नाबालिग से शारीरिक सबंध बना डाले। दस दिसंबर को आरोपी उसको शादी का झांसा देकर अपने घर रून्नीसैदपुर थाने के रामपुर गांव ले गया। नाबालिग ने बताया कि दो माह से उसका यौन शोषण कर रहा था।
इधर, लड़की की मां अपनी पुत्री के अपहरण में इस शख्स के शामिल होने से अनभिज्ञ रही। अपहरण का मामला थाने में दर्ज कराया लेकिन, अपहर्ताओं से अनजान थी। नगर थाने की पुलिस नाबालिग की बरामदगी के लिए छापेमारी कर रही थी। इसी क्रम में नगर थानाध्यक्ष प्रभात रंजन सक्सेना ने रविवार को डुमरा बस स्टैंड के पास से उसको बरामद किया। इस दौरान आरोपित भी साथ था मगर वह फरार हो गया।
पुलिस ने जब नाबालिग से पूछताछ की तो माजरा सामने आने पर पांव तले जमीन खिसक गई। नाबालिग ने बताया कि फरार हुआ शख्स उसका मौसा था। इसके बाद रिश्तों को शर्मसार करने वाले इस मामले का उदभेदन हो गया। पुलिस की टीम अब आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।