झंझारपुर मधुबनी/डॉ. संजीव शमा : झंझारपुर नगर पंचायत क्षेत्र के कन्हौली मोहल्ला में परदेश से आए एक व्यक्ति की सूचना वाट्सएप ग्रुपों पर दी गई । जिसमें बताया गया कि कोरोना सेंपल जांच के बाद उसका रिपोर्ट पॉजेटिव आया है।
- दरभंगा में सीएम नीतीश के ‘‘प्रगति यात्रा’’ को लेकर जनप्रतिनिधियों के साथ डीएम की समीक्षा बैठक
- जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा 18 को, दरभंगा में बनाये गये 8 परीक्षा केंद्र
- बधाई :: चित्रांश अमरेंद्र कर्ण इंडिया हॉस्पिटैलिटी एक्सीलेंस अवार्ड्स 2024 में ‘जनरल मैनेजर ऑफ द ईयर’ से सम्मानित
- बवाल :: सैदनगर में पुलिस टीम पर हमला, पुलिस ने की हवाई फायरिंगप
- SLIET एलुमनी एसोसिएशन बिहार चैप्टर की ऑनलाइन बैठक, संत लोंगोवाल के डायरेक्टर ने की अध्यक्षता
ऐसे हालात में पॉजिटिव का सूचना आते ही स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक में हड़कंप मच गया । ऐसी सूचना से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मियों के भी हाथ पांव फुलने लगे। सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना पॉजिटिव की बात जंगल में आग की तरह फैल गया । संपूर्ण अनुमंडल क्षेत्र में कोरोना वायरस को लेकर लोगों में दहशत फैल गया। इस संबंध में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. मुकेश कुमारेन्द्र ने पूछने पर बताया कि नगर पंचायत के कन्हौली गांव में कोरोना पॉजेटिव मिलने की बात निराधार व महज अफवाह है। संबंधित व्यक्ति को मेडिकल टीम द्वारा नर्सिंग स्कूल स्थित आइसोलेशन वार्ड में लाकर स्क्रिनिंग एवं कोरोना लक्षण का जांच किया गया । जांच में किसी प्रकार का कोरोना का लक्षण नहीं पाया गया है। उन्होंने बताया कि कन्हौली का रहने वाला व्यक्ति दिल्ली से 17 मार्च को ही अपने घर लौटा था। तभी से वह अपने घर में ही है। लगभग 20 दिनों से वह लगातार अपने घर में ही रह रहा है। फिर भी किसी प्रकार का कोरोना वायरस का लक्षण उसमें नहीं देखा गया है। कोरोना के संबंध में मेडिकल एक्सपर्ट की राय है कि 14 दिन बीत जाने के बाद लक्षण नहीं दिखाई देने पर उसकी जांच करना भी आवश्यक नहीं है।
उन्होंने बताया कि अभी तक मधुबनी जिला से जांच में भेजे गए सेंपल में एक भी पॉजेटिव नहीं पाया गया है। अनुमंडल पदाधिकारी शैलेश कुमार चौधरी ने अनुमंडलवासियों को किसी भी अफवाह से दूर रहने की सलाह दी है। गलत व भ्रामक सूचना से स्थानीय प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग एवं आमलोग भी परेशान हो जाते हैं। साथ ही कहा कि बिना जांच पड़ताल व पुख्ता सबूत के सोशल साईट पर गलत मैसेज न डालें।