डेस्क : मोतीपुर थाना और थानेदार आवास में रविवार की रात उत्पाद एवं मद्यनिषेध विभाग की टीम ने छापेमारी कर भारी मात्रा में शराब बरामद की। मुजफ्फरपुर जोनल आईजी सुनील कुमार ,अन्य जोनल ऑफिसर डीआईजी ,एसएसपी और आबकारी विभाग ने एसएचओ के घर छापा मारकर बड़ी मात्रा में अवैध शराब जब्त किया। पुलिस के बड़े अधिकारियों ने करवाई करते हुए मोतीपुर के एसएचओ और एएसई को निलंबित कर दिया और साथ ही थाने के सभी पुलिसकर्मियों को बदल दिया गया।
20 पुलिसकर्मियों समेत एसएचओ पर बड़ी कार्रवाई की गई। इन सभी पर आरोप है की 2016 से शराबबंदी के बाद से जब्त शराब को नष्ट करने के बजाए थाने से ही शराब की अवैध स्मग्लिंग किया करते थे। इसमें मुख्यरूप से निलंबित किए गए एसएचओ और एएसई को शराबबंदी होने के बाद अपने घर से और थाने के परिसर से शराब बेचने का दोषी पाया गया है। छापेमारी के बाद एसएचओ के घर से बड़ी मात्रा में शराब की खेप बरामद की गई है। अनुमान के मुताबिक करीब 300 से ज्यादा विदेशी शराब जब्त किया गया है, जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है। पूरे थाने जिसमे हवलदार भी शामिल है उन्हें लाइन हाजिर किया है, शुरुवाती जांच में सभी मोतीपुर थाने के सभी स्टाफ को दोषी पाया गया है।
मुजफ्फरपुर में गृह विभाग के विशेष निर्देश पर मद्ध निषेध विभाग की एक बड़ी कार्रवाई
पटना से आई हुई मद्द निषेध की दो एसपी के साथ 11 सदस्यीय टीम शराब से संबंधित तमाम कागजात और मालखाने में रखे गए शराब दोनों की विधिवत जांच कर रही है।
बताया जा रहा है रजिस्टर पर लिखित शराब की मात्रा और थाने में उपस्थित शराब की मात्रा में भारी अंतर पाया गया है ।साथ ही सरकारी कार्यालय से लगभग ₹100000 अधिक नगद राशि बरामद की गई है जिसका कोई लेखा-जोखा नहीं है । वही मामले के पहले से ही थाना अध्यक्ष थाना छोड़कर फरार है।
एसएसपी मनोज कुमार डीएसपी पश्चिमी कृष्णमुरारी प्रसाद, एसडीएम ,मोतीपुर थाने पर खुद मौजूद हैं । लेकिन सबसे हैरत की बात है कि कुमार अमिताभ थाना छोड़कर फरार है साथ ही उनका सरकारी और निजी दोनों ही मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा है। थाना परिसर में अवस्थित थाना अध्यक्ष के सरकारी आवास की गहन छानबीन के बाद टीम थाना प्रभारी का सरकारी कार्यालय के पास पहुंची तो वहां ताला बंद था।