झंझारपुर मधुबनी/डॉ संजीव शमा : इन दिनों रेलवे के आमान परिवर्तन को लेकर कार्य प्रगति पर है । ऐसे में रेलवे कार्य में लगे संवेदक द्वारा आम जनों की सहूलियत को नजरअंदाज कर रेलवे अंडर पास सड़क को मोटरेबल बनाने की जगह क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।बताते चलें कि पंचानाथ रेलवे अंडर पास जिससे होकर नगर पंचायत के तीन वार्ड 14,15 एवं 16 के लोग मुख्यालय आते जाते हैं का घर से निकलना दुभर हो गया है । बीते रात अचानक हुई बारिश से महीनों से चल रहे रेलवे अंडर पास निर्माण कार्य का पोल खुलकर सामने आ गया।
स्थिति यह है कि अंडर पास होकर राहगीरों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करोड़ों रुपए की लागत से अंडर पास सड़क एवं ओवर ब्रिज को बनाया जाना है । जहाँ संवेदक द्वारा ब्रिज का निर्माण कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है । वहीं अंडर पास सड़क को निर्माण करने के बजाय क्षतिग्रस्त कर रख दिया गया है। इस अंडर पास से सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन बेलारही गांव के लोगों का आना जाना है ।
इस बात को नजरअंदाज कर अंडर पास सड़क निर्माण को छोड़ दिया गया है। जिसका परिणाम हुआ कि हल्की बारिश में ही सड़क खस्ताहाल हो गई है । पहले से बने पीसीसी सड़क को जेसीबी द्वारा तोड़कर हटा दिया गया । जिससे सड़क में गहरे-गहरे गड्ढे हो गए हैं। कई जगह तो सड़क इतनी धंस गई हैं कि उसके कारण लोग कभी भी हादसे का शिकार हो सकता है। सड़क में बने गड्ढों में पानी भर गया है साथ ही कच्ची मिट्टी के कारण सड़क कीचड़ से भर गया है। जिस होकर चलना मुश्किल हो गया है । ऑटो चालक संजीव मंडल, संतोष राय, रिक्शा चलाकर अपना जीवन यापन करने वाले रमेश मंडल ने बताया कि सड़क पर कीचड़ व पानी जमा रहने के कारण आज सवारी नहीं निकाल सके।
सड़क के कारण रोजी रोटी से जुड़े कई ऐसे गरीब परिवार पर आफत आ पड़ी है। यह स्थिति कमोबेश बनने वाले सभी रेलवे अंडर पास सड़क की है। ऐसे में गांव के लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। ऐसे में यहां से निकलने वाले वाहन चालक प्रतिदिन इस सड़क के गड्ढे में फंसने के कारण चोटिल हो रहे हैं। रात को अंधेरे में ज्यादा दिक्कत होती है। गांव के अरुण यादव, रमेश यादव, प्रेमकांत दास, सतीश कुमार दास, मो.रिजवान, मो. दिलशाद आलम, संजीव मंडल, जगदीश राम, शंकर कुमार, रामचंद्र साह आदि ने रेलवे संवेदक के कार्य को लेकर नाराजगी जाहिर की है । वहीं सोशल एक्टिविस्ट मो.रिजवान ने ट्वीट के माध्यम से रेलवे प्रशासन के उच्चाधिकारियों समेत पीएमओ कार्यालय को इस संकट से उबाड़ने के लिये पहल करने का गुहार लगाया है ।