सौरभ शेखर श्रीवास्तव की ब्यूरो रिपोर्ट : बिहार एटीएस के एडीजी रवींद्रन शंकरण ने 12 थानों का औचक निरीक्षण किया। एटीएस एडीजी शनिवार को अचानक पटना से मुजफ्फरपुर पहुंच गए। एडीजी के औचक निरीक्षण के दौरान पुलिस की लापरवाही की पोल खुल गई। औचक निरीक्षण के दौरान गश्त और ड्यूटी से 12 थानों के 37 पुलिसकर्मी गायब पाए गए।
एडीजी के औचक निरीक्षण की जानकारी मिलने के बावजूद थानों में ही ऑन ड्यूटी जवान सोए मिले। मुजफ्फरपुर एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए 37 जवानों को सस्पेंड कर दिया। औचक निरीक्षण के दौरान एडीजी के साथ आईजी से लेकर एसएसपी तक देर रात तक सड़कों पर दिखे। एडीजी के पहुंचने की सूचना मिलते ही कई पुलिसकर्मी रात में ही भागकर थाने पहुंचे।
ग्रामीण इलाकों के कई थानेदार और दारोगा शहर स्थित अपने आवास थे, सभी भागे-भागे थाने पहुंचे। हालांकि गायघाट थाना के चार, कटरा थाना के पांच, मीनापुर अंतर्गत पानापुर ओपी के दो, बेनीबाद ओपी के एक, मुशहरी थाना के दो, मीनापुर थाना के दो, ब्रह्मपुरा थाना के तीन, काजी मोहम्मदपुर थाना के तीन, कांटी थाना के सात, मोतीपुर थाना के चार, कथैया थाना के एक और तुर्की ओपी के तीन पुलिस कर्मियों ड्यूटी और गश्त से गायब मिले।
इस दौरान कटरा थाने के पुलिसकर्मी वायरलेस पर गश्त की गलत लोकेशन बताते पकड़े गए। वायरलेस पर पूछने पर कटरा थाने की गश्ती पुलिस ने क्षेत्र में होने की बात बताई, जबकि गश्ती जीप थाने में ही खड़ी थी। ऐसी ही लापरवाही काजी मोहम्मदपुर व ब्रह्मपुरा पुलिस की भी मिली।
एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि कि शनिवार रात सूबे के सभी जिलों में पुलिस गश्त और ड्यूटी का जायजा लेने के लिए पटना मुख्यालय से डीजीपी से लेकर एडीजी और आईजी तक निकले थे। इसी के तहत एटीएस के एडीजी रवींद्रन शंकरण मुजफ्फरपुर पहुंचे थे।
एडीजी के आने पर पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया. वरीय पदाधिकारियों से लेकर थानेदार तक की टीम सुबह चार बजे तक ऑन रोड रहे. खुद आइजी से लेकर एसएसपी तक गश्ती का हाल लेते रहे. गश्त की पड़ताल करने से पूर्व एडीजी एटीएस ने वरीय अधिकारियों से चुनाव को लेकर की गयी कार्रवाई की समीक्षा की.
थाना-निलंबित पुलिसकर्मी
गायघाट -चार
कटरा -पांच
पानापुर ओपी (मीनापुर) -दो
बेनीबाद ओपी -एक
मुशहरी -दो
मीनापुर -दो
ब्रह्मपुरा -तीन
काजीमोहम्मदपुर -तीन
कांटी -सात
मोतीपुर -चार
कथैया -एक
तुर्की – तीन