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चुनाव परिणाम :: ग्लैमर का भी खूब रहा जलवा, फिल्मी जगत के कई सितारे बने सांसद

डेस्क : चुनावी रैलियों में जनता को साधने के लिए फ़िल्मी हस्तियों का इस्तेमाल सभी राजनीतिक दल दशकों से करते रहे हैं, मगर इस बार दृश्य कुछ अलग रहा और परिदृश्य भी।कई फ़िल्मी सितारों ने चुनाव में सीधे शिरकत करके अपने लिए संसद का रास्ता तलाशने की कोशिश की। एक अनुमान के मुताबिक़, 17वीं लोक सभा के चुनाव में फ़िल्म जगत के लगभग दो दर्ज़न सेलेब्रिटीज़ ने हिस्सा लिया, जिनमें से संसद पहुंचने का मौक़ा 14 को मिला है। सेलेब्रिटी से नेता बने कई पुराने दिग्गजों को हार का सामना भी करना पड़ा है।

जीतने वालों में सबसे अहम और बड़ा नाम है सनी देओल, जिन्होंने पंजाब के गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा। सनी का लोक सभा चुनाव लड़ना ऐसा फ़ैसला था, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। इसकी वजह है सनी का शर्मीला स्वभाव। आम धारणा थी कि जो शख़्स अपनी फ़िल्मों को प्रमोट करने में भी संकोच करता हो, वो भला चुनावी रैलियों में कैसे अपने बारे में बढ़चढ़कर बोलेगा। मगर, सनी ने सारी आशंकाओं को ग़लत साबित कर दिया। बॉक्स ऑफ़िस भले ही साथ ना दे रहा हो, मगर बैलट बॉक्स ने ख़ूब साथ निभाया। सनी ने धमाकेदार जीत हासिल की। गुरदासपुर सीट से पहले विनोद खन्ना सांसद थे। चर्चा यह भी चली थी कि उनके बेटे अक्षय खन्ना को पार्टी चुनाव लड़वाना चाहती है। विनोद खन्ना की दूसरी पत्नी कविता खन्ना भी इस सीट से चुनाव लड़ने की ख़्वाहिशमंद थीं, मगर मौक़ा सनी को मिल गया।

हेमा मालिनी बीजेपी के टिकट पर मथुरा से दूसरी बार संसद पहुंच रही हैं। हेमा कभी लाखों दिलों की ड्रीम गर्ल हुआ करती थीं और जब राजनीति में आयीं तो यहां की भी ड्रीम गर्ल बन गयीं। बतौर सांसद हेमा का यह दूसरा कार्यकाल है। मगर इस बार दिलचस्पी इस बात में भी है कि संसद में मां-बेटे की यह जोड़ी एक-दूसरे के साथ किस तरह पेश आएगी, क्योंकि धर्मेंद्र की दूसरी पत्नी हेमा मालिनी और बेटे सनी देओल के बीच संबंध सिर्फ़ औपचारिकता तक ही सीमित हैं।

अनुपम खेर की पत्नी किरन खेर भी बीजेपी के टिकट पर चंडीगढ़ से दूसरी बार जीतकर संसद पहुंच रही हैं। अनुपम खेर ने किरन के लिए चंड़ीगढ़ जाकर प्रचार भी किया था। हिंदी फ़िल्मों से करियर शुरू करके भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार बने रवि किशन ने गोरखपुर से जीत हासिल की है। रवि किशन काफ़ी वक़्त से राजनीति में करियर तलाश रहे थे। इस बार उनकी ख़्वाहिश पूरी हो गयी।

भोजपुरी फ़िल्मों के ही सुपरस्टार मनोज तिवारी पिछले कुछ सालों से पूरी तरह राजनीति में डूब चुके हैं। इस बार मनोज बीजेपी के टिकट पर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से जीतकर संसद भी पहुंच रहे हैं। छोटे पर्दे की बेहद लोकप्रिय बहू स्मृति ईरानी ने राजनीति में ज़बर्दस्त सफलता हासिल की है। केंद्र सरकार में मंत्री स्मृति ने इस बार तो कमाल ही कर दिया। अमेठी जैसी वीआईपी सीट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराकर स्मृति संसद पहुंच रही हैं।

पश्चिम बंगाल से कुल 6 सेलेब्रिटी उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे। इनमें से 5 ने जीत दर्ज़ की है। इनमें नुसरत जहां, मिमी चक्रवर्ती, देव अधिकारी और शताब्दी रॉय टीएमसी के टिकट पर जीते हैं, जबकि बाबुल सुप्रियो बीजेपी के टिकट पर जीतकर दूसरी बार संसद जा रहे हैं।

कर्नाटक की मांड्या सीट से निर्दलीय उम्मीदवार सुमालता ने जीत हासिल की है। सुमालता ने तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और हिंदी की क़रीब 220 फ़िल्मों में काम किया है। उन्होंने कन्नड़ एक्टर अम्बरीश से शादी की थी, जिनकी पिछले साल मृत्यु हो गयी। अम्बरीश भी राजनीति में सक्रिय थे।

हारने वालों की लिस्ट भी काफ़ी लम्बी है, जो इस प्रकार है-

शत्रुघ्न सिन्हा– पटना साहिब- कांग्रेस (हिंदी सिनेमा)

जया प्रदा– रामपुर- बीजेपी (हिंदी व साउथ सिनेमा)

दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ – आज़मगढ़- बीजेपी (भोजपुरी सिनेमा)

मुनमुन सेन– आसनसोल- टीएमसी (बंगाली सिनेमा)

राज बब्बर– फतेहपुर सीकरी- कांग्रेस (हिंदी सिनेमा)

पूनम सिन्हा– लखनऊ- सपा-बसपा महागठबंधन (शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी)

प्रकाश राज– बेंगलुरु सेंट्रल- निर्दलीय (साउथ सिनेमा)

निखिल गौड़ा– मांड्या- जेडीएस (कन्नड़ सिनेमा)

इनोसेंट– चलाकुड़ी- सीपीआई (मलयालम सिनेमा)

पंजाबी सिंगर हंस राज हंस ने भाजपा के टिकट पर नॉर्थ वेस्ट दिल्ली से चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत हासिल की। हंस राज हंस ने सियासी पारी 2009 में शिरोमणि अकाली दल के साथ शुरू की थी। फरवरी 2016 में उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ले ली और दिसम्बर में भारतीय जनता पार्टी चले गये। हंस राज हंस को उदित राज का टिकट काटकर चुनाव में उतारा गया था। सूफ़ी सिंगिंग के माहिर हंस राज हंस ने कच्चे धागे के गानों को आवाज़ दी थी।

एक और दिलचस्प सेलेब्रिटी ने इस बार संसद में डेब्यू किया है। यह हैं साउथ सिनेमा की एक्ट्रेस नवनीत कौर राणा, जिन्होंने महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोक सभा चुनाव जीता है। नवनीत मुंबई पली बढ़ी हैं, मगर उन्होंने अधिकतर तेलुगु सिनेमा में काम किया है।

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