डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हर पैक्स को 15 लाख रुपये तक के कृषि यंत्र दिए जाएंगे। इसमें केंद्र सरकार की तरफ से 10 लाख और राज्य सरकार की तरफ से 5 लाख रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। पहले 20 लाख देने की सोच थी लेकिन अब अवधारणा में बदलाव करना होगा।
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उन्होंने कहा कि पैक्सों से मेरा निवेदन है कि फसल अवशेष (पराली) के लिए हैपिसिडर एवं जीरो टिलेज मशीन, रोटरी मल्चर, स्ट्रारीपर तथा रीपर कंबाइंडर यंत्र जरूर खरीदें। इस पर राज्य सरकार द्वारा 75 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने ये बातें रविवार को बापू सभागार में सहकारिता महासम्मेलन में कहीं। सहकारिता क्षेत्र के देशभर के दिग्गजों की मौजूदगी में उन्होंने महासम्मेलन का उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए 5 प्रमंडलों एवं 17 जिलों में 22 सहकार भवन के लिए 56 करोड़ 35 लाख का आवंटन किया गया है। जितने लोग सहकारिता से जुड़ेंगे उतना ही उसका विस्तार होगा।
सीएम नीतीश ने कहा, हमारी इच्छा है कि सहकारिता का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले। हमसे जो भी मदद होगा, करेंगे। किसी से कोई भेदभाव नहीं होगा। केंद्रीय कृषि मंत्री रहते हुए सहकारिता के क्षेत्र में भी कई काम करने का मौका मिला। सहकारिता को स्वायत्तता देने के लिए कदम उठाया।