माल / लखनऊ ( रामकिशोर रावत ) :माल सामुदायिक स्वास्थ्य पर ओपीडी कक्ष में महिला डॉक्टरों के न बैठने से रोगी महिलाएं भटकती रहीं। बिना दवा ही बैरंग लौटने को मजबूर हुयीं।अधीक्षक जवाब देने से कतराते रहे।
राजधानी के माल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो हफ्ते पहले महिला डॉक्टरों के ओपीडी कक्ष संख्या सात को डेंटल ओपीडी में बदल दिया गया।महिला डॉक्टरों के लिये कक्ष संख्या सोलह ओपीडी के लिये आवंटित किया जा चुका है लेकिन इसमें डाक्टर नितिका यादव बैठती थीं जो इस समय प्रसव अवकाश के लिये सीएचसी मलिहाबाद में सम्बद्ध कर दी गयीं है।
- दरभंगा पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, महज 24 घंटे में लूटी गई स्कॉर्पियो बरामद कर 01 अंतरजिला अभियुक्त को किया गिरफ्तार
- इंटर रिजल्ट में दरभंगा के एकेडमी ऑफ फिजिक्स का डंका, बधाईयों का लगा तांता
- पुलिस सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय को मिलेगा नव अंशिका सर्वश्री सम्मान
- टीम स्वर्णिम की तरफ से होली की शुभकामना…
- बिहार में NDA के जदयू प्रत्याशियों की लिस्ट जारी, देखें किनको कहां से टिकट…
सोमवार को कक्ष संख्या सोलह में मेज़ें तीन और कुर्सी एक लगीथी।पर महिला डॉक्टरों का अता पता नहीं था।अपने को दिखाने आयीं रोगी महिलाओं को कमरे को खाली देख इधर उधर पूछ ताछ करते देखा गया
इनमेंकलावती(35),मालती(25),रामीश्वरी(65),रीना(25)और मीना देवी(30) सहित अन्य महिलाये बिना उपचार और दवा के मजबूरन वापस लौट गयीं। इस माल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की महिला डाक्टरों द्वारा ओपीडी ना करने से दूरदराज से आई महिला मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार जानबूझकर बने रहते हैं अनजान।इस सम्बंध में अधीक्षक डॉ0विनय कुमार सिंह को कई बार फोन किया लेकिन उन्होंने रिसीब ही नही किया।तब डॉ0 अरुण कुमार चौधरी ने बताया कि महिला डॉ0 कक्ष संख्या16 और छह में बैठती हैं।जब बताया गया कि कक्ष संख्या 16 दोपहर साढ़े ग्यारह बजे तक डाक्टर बिहीन था और मरीज भटक रहे थे।इस सम्बंध में एसीएमओ डॉ0राजेन्द्र चौधरी से फोन से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि आप से जानकारी मिली है।जांच कर कार्यवाही की जायेगी।उन्होंने बताया कि महिला डॉ0निकिता यादव प्रग्नेंट है जिन्हें सीएचसी मलिहाबाद से सम्बन्ध कर दिया गया है।डॉ0रेखा यादव और डॉ0 रविता से इस सम्बंध में पूछ ताछ की जायेगी।