लखनऊ ब्यूरो (राज प्रताप सिंह) : उत्तर प्रदेश में देवभाषा संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला किया है। सरकार अपनी योजनाओं व कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार अब संस्कृत भाषा के जरिए करेगी।

इसके लिए अब मीडिया को संस्कृत भाषा में भी प्रेस नोट जारी होंगे। सरकार अभी तक हिंदी व अंग्रेजी में प्रेस नोट व मुख्यमंत्री के भाषण जारी करती है।
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सोमवार को सूचना विभाग ने संस्कृत में प्रेस नोट जारी कर नई परंपरा का आगाज कर दिया। नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री के भाषण का प्रेस नोट संस्कृत भी भी जारी किया गया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि भाषण व संदेश हिंदी , अंग्रेजी के अलावा संस्कृत में भी तैयार किये जाएं। इसके लिए संस्कृत भाषा के विशेषज्ञ रखें जाएं।