Breaking News

पेंशनधारियों को तीन महीने का एडवांस पेंशन, लॉक डाउन में बिहार सरकार की बड़ी पहल

डेस्क : सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के कारण उत्पन्न स्थिति में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने कई पहल की है। इसी क्रम में पेंशनधारियों को तीन महीने का एडवांस पेंशन भी दिया जा रहा है। अभी-तक 56 लाख 50 हजार से अधिक पेंशनधारियों के खाते में एडवांस पेंशन की राशि भेज दी गई है। शेष करीब 28 लाख पेंशनधारियों के खाते में राशि सोमवार तक भेज दी जाएगी। कुल 1017 करोड़ का भुगतान इस मद में किया जा रहा है। 

प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के सवा पांच लाख लोगों के खाते में मुख्यमंत्री सहायता राशि के रूप में एक-एक हजार हस्तांतरित कर दिया गया है। इसके लिए साढ़े आठ लाख आवेदन आएं हैं। अन्य के खाते में राशि भुगतान की प्रक्रिया जारी है।

अनुपम कुमार

उन्होंने यह भी कहा कि अभी-तक राज्य के 6676 लोगों के कोरोना वायरस की जांच हुई है। इनमें 64 पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें 22 ठीक हो गए हैं। सभी का बेहतर इलाज चल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि बिहार फाउंडेशन के द्वारा देश के 12 बड़े शहरों में राहत केंद्र चलाये जा रहे हैं, जहां पर भोजन और राशन का पैकेट बिहार के लोगों को दिया जा रहा है। राज्य के स्कूलों में 3100 क्वारंटाइन सेंटर चलाए जा रहे हैं, जहां पर 32 हजार 688 लोग रह रहे हैं।  

नौ लाख लोगों की समस्याओं का किया गया निपटारा  
विभिन्न राज्यों में फंसे बिहार के प्रवासी श्रमिकों को सहयोग एवं सहायता पहुंचाने के उद्देश््य से नई दिल्ली के बिहार भवन में बने नियंत्रण कक्ष में अभी-तक साढ़े 22 हजार से अधिक फोन आ चुके हैं। वहीं वाट्सअप व अन्य माध्यमों से भी 2800 सूचनाएं आई हैं। नियंत्रण कक्ष द्वारा नौ लाख 13 हजार लोगों की समस्याओं का निष्पादन किया गया है। विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों के लिए बिहार के स्थानिक आयुक्त विपिन कुमार संबंधित सरकारों व जिला प्रशासन से समन्वय कर भोजन, चिकित्सा आदि की व्यवस्था कर रहे हंै।   

सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

एक-एक दिन की पेंशन देंगे पेंशनर
बिहार पेंशनर समाज के सभी सदस्य अपने एक दिन की पेंशन मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे। यह कुल 16 करोड़ राशि होगी। इस राशि का चेक लॉकडाउन के समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंप दिया जाएगा। समाज के अध्यक्ष आईसी कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. जितेंद्र कुमार्र ंसह और सचिव रविशंकर सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बैठक में कार्यकारिणी समिति ने यह निर्णय लिया है। कोरोना वायरस के गंभीर संकट को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। पेंशनर समाज ने कहा है कि कोरोना महामारी के चलते आज पूरा देश अप्रत्याशित संकट से गुजर रहा है। 

Check Also

CIHM :: मिथिला के बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय डिग्रियों को प्राप्त करने का सुनहरा अवसर

डेस्क : चाणक्य इंस्टीट्यूट ऑफ हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट (सीआईएचएम) हाल ही में यूरोपियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट …

वाचस्पति मिश्र के न्याय दर्शन से मिथिला में बौद्ध दर्शन निष्प्रभावी – शंकर झा

प्रसिद्ध लेखक शंकर झा की कलम से : मिथिला के अद्वैत वेदान्त दर्शन पर बौद्ध दर्शन …

मिथिला विभूति मण्डन मिश्र आदि शंकराचार्य से पराजित नहीं – शंकर झा

प्रसिद्ध लेखक शंकर झा की कलम से : मण्डन मिश्र “पूर्व मीमांसा दर्शन के बड़े प्रसिद्ध …