मधुबनी : जयनगर में लगातार हो रही बारिश एवं कमला नदी में आयी बाढ़ के कारण अनुमंडल का संपर्क टूट गया है। कमला नदी के इतिहास में पहली बार नदी का पानी कमला पुला के ऊपर से बह रहा है। पुल के ऊपर 1 से 2 फीट बाढ़ का पानी बहने से शहरी क्षेत्र के निचले इलाका इस्लामपुर, अकौना, बाल्डीहा, कमला रोड में बाढ़ का पानी घुस गया है। वही प्रशासन ने निचले इलाका खाली करने की अपील आमलोगों से की हैं। वहीं दूसरी ओर बाढ़ के पानी ने जयनगर के डोरबर, कुआर, बलही, बेला सहित एक दर्जन गांव में घुस कर तबाही मचाई हैं। जिसका अभी तक कोई आकलन नहीं हो सका है। वहीं बाढ़ के पानी का दबाब से अकन्हो गांव का बांध टूट गया, जिस कारण बाल्डीहा गांव हो कर बाढ़ का पानी शहर में प्रवेश करता है।
वहीं कमला नहर परियोजना के चीफ इंजीनियर एस. के. सिह ने बताया कि राहत कार्य चल रहा है। मगर बरसात का कम नहीं होना समस्या को बढ़ा रहा है। वहीं एसडीओ शंकर शरण ओमी एवं डीएसपी सुमित कुमार सुबह से ही स्वयं निरीक्षण कर राहत कार्य में लगे है। साथ ही कमला पुल पर परिचालन पर रोक लगाकर आमलोगों से शांति एवं अफवाहों से दूर रहने की अपील कर रहे है।
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साथ ही बाढ़ में विस्थापित लोगों के लिए स्कूल, अनुमंडलीय अस्पताल, मंदिर में शरण दिलवा रहे है। लेकिन हो रही बारिश एवं बाढ़ में नदी किनारे बसे लोगों खासकर महिला, बच्चा, मवेशी को लेकर कहां जाये, क्या खाएं की समस्या खड़ी हो गयी है।
वहीं मधुबनी के जिलाधिकारी शीर्षत अशोक कपिल एवं एसपी डॉ. सत्यप्रकाश ने जयनगर आकर कमला पुल, बाँध, डोरबर गांव का निरीक्षण कर निर्देश दिया। बहरहाल जो हो, जिस ढंग से कमला महारानी ने अपना रूप धारण किया है लगता है कि वह बर्बादी लाकर ही छोड़ेगी।