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धरने को अखिलेश ने बताया जनाक्रोश, कहा लोकतंत्र के साथ छल बर्दाश्त नहीं करेगी जनता

राज प्रताप सिंह : लखनऊ ब्यूरो।सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने क्रांति दिवस पर प्रदेशव्यापी सफल धरनों के लिए कार्यर्ताओं को बधाई दी है। उन्होंने इन धरनों को भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के प्रति जनाक्रोश की अभिव्यक्ति बताया है। इनके जरिये सत्ता के अहंकार में चूर भाजपा सरकार को आगाह किया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को संविधान का पालन करना ही होगा। जनता लोकतंत्र के साथ छल बर्दाश्त नहीं करेगी।
अखिलेश ने बयान में कहा कि भाजपा के पास जनता की समस्याओं के निदान के लिए कोई रोडमैप नहीं है। वह दिखावटी आयोजनों के जरिए जनता को भ्रमित करने की कोशिशें कर रही है। जनता की आंख में धूल झोंकना लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है। 
समाजवादी सरकार के समय का विकास भाजपा नेतृत्व की आंखों में चुभता है इसलिए वह सत्य से दूर भागती है। जनता छल प्रपंच की भाजपाई राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि विकास की ठोस योजना तो अब तक बनी नहीं। 

भाजपा सरकार ने एक दिन में 22 करोड़ पौधरोपण की दावेदारी को ‘पर्यावरण महांकुंभ‘  बना दिया है। अजीब बात है कि भाजपा की हर योजना को कुंभ की श्रेणी में रख दिया जाता है। यह सत्ता के दुरूपयोग का भाजपाई तरीका है। इसकी सच्चाई भी जनता के सामने आने में देर नहीं लगेगी।सपा अध्यक्ष ने कहा, भाजपा को पर्यावरण की स्वच्छता अपने विचारों में शामिल करनी चाहिए। समाजवादी सरकार के कार्यकाल में रिकार्ड वृक्षारोपण हुआ था। जिस पर ‘गिनीज बुक आफ रिकार्ड्स‘ का प्रमाणपत्र भी मिला था। उस समय के पौधे आज तक जीवित हैं। अब भविष्य ही बताएगा कि भाजपा सरकार के वृक्षारोपण के बाद कितने पौधे जीवित रह सकेंगे ? समाजवादी सरकार के काम का यह अनुसरण मुख्यमंत्री को ईमानदारी से करने की आदत डालनी चाहिए। केवल प्रचार की चकाचौंध पैदा करके ही विकास का झूठा सपना दिखाना अनैतिक है।

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