Breaking News

बेखौफ चोरों ने 3 घरों में धावा बोलकर लाखों का माल किया पार

बन्थरा/लखनऊ (श्रीनिवास सिंह) : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस समय अपराधी पुलिस के नाक में दम करके कई चुनौती खड़ी कर रहे हैं। शहर में अपराध की बाढ़ सी आ गई है, इस पर पुलिस लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। आए दिन शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक कोई न

कोई गंभीर आपराधिक घटना घटित हो रही है। सबसे आश्चर्य की बात तो यह कि पुलिस अधिकतर घटनाओं के सुराग भी लगाने में नाकाम साबित हो रही है जिससे कि अपराधियों के हौसले को पर लग रहे हैं।
ताजा घटना बंथरा थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव की है। यहां के तीन घरों में बीती रात लगभग दर्जनभर बेखौफ बदमाश धावा बोलकर कई लाख रुपए के जेवरात व नगदी लेकर रफूचक्कर हो गए। सूचना पाकर पुलिस दल के साथ डॉग स्क्वॉड व फिंगर प्रिंट दस्ते ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक जांच पड़ताल की। बावजूद किसी निर्णय पर पहुंचने के बजाए अंधेरे में ही तीर चलाते रहे। चोरों ने यहां करीब 1:00 बजे रात में धावा बोलकर बोध राम सिंह के घर से करीब 20 तोले सोने 1 किलो चांदी के जेवरात एक बड़ी एलइडी टीवी के साथ करीब सवा लाख रुपए ले गए। यह सामान बोध राम सिंह के घर से उनके पुत्रों सीरज सिंह व पंकज सिंह की पत्नियों के कमरों से ताला तोड़कर चुराए गए। बताते चलें कि इनके कमरे घर के दूसरे मंजिल पर बने हैं जबकि गर्मियों में छुट्टी के कारण इन की पत्नियां मायके गई थी व यह लोग भी काम के सिलसिले में रात को बाहर थे नगदी सीरज सिंह के कमरे से चुरा ले गए। वहीं बोध राम सिंह घर के बाहर बरामदे में सो रहे थे।
इसके बाद चोर दूसरे बगल में ही बने विजयलक्ष्मी पत्नी स्वर्गीय संतोष सिंह के घर में घुस गए जहां पर एक कमरे में सो रही विजयलक्ष्मी व इन के 1 पुत्र व पुत्री को बंद करने के बाद बाकी के कमरों में रखे गए करीब 25 तोले सोने व 3 किलो चांदी के जेवरात सहित करीब ₹80000 की चपत लगा कर रफूचक्कर हो गए। बताते चलें कि विजयलक्ष्मी के पति संतोष सिंह की मौत करीब ढाई वर्ष पहले ही अचानक

हुई थी जिसके बाद उनकी इकलौती पुत्री ब्यूटी सिंह के विवाह की तैयारियां थीं। जिस वजह से परिवार ने शादी में लगने वाले सभी जेवरातों का इंतजाम करके रखा हुआ था। इतने के बाद भी चोरों का मन नहीं भरा वह बगल के राम प्रताप सिंह पुत्र विजय प्रताप सिंह (रिटायर्ड बैंक मैनेजर)के मकान में घुस गए यहां से भी चोरों ने करीब 25 तोले सोने के जेवरात व 1 किलो चांदी के जेवरात के साथ करीब डेढ़ लाख रुपयों को पार कर दिया। यहां पर चोरों ने घर के दूसरी मंजिल पर बने कमरों के साथ बैंक अधिकारी के कमरे को भी निशाना बनाया जो कि निचली मंजिल पर था यहां पर खटपट की आवाज सुनकर नीचे सो रहे रामप्रताप की नींद टूट गई जब वह कमरे से निकले तो देखा कि घर में कोई है जब वह आगे ही बड़े थे कि एक चोर ने लाठी से उन पर प्रहार किया जिस को पकड़ने के बाद उससे हाथापाई होने लगी हाथापाई होते देख दूसरे चोर ने भी उन पर हमला कर दिया चोरों की संख्या से घबराकर रामप्रताप ने उनको छोड़ दिया, जिस पर घर का सारा माल पार करने के बाद लेकर भाग रहे एक एलईडी टीवी को छोड़कर चोर घर के पिछले हिस्से से कूदकर रफूचक्कर हो गए। बीते दिनों राम प्रताप की दादी का स्वर्गवास हो गया था जिससे उनकी आत्मा की शांति हेतु सोमवार को तेरहीं का कार्यक्रम होना है।

पुलिस गश्त की खुली एक बार फिर पोल, ग्रामीणों में आक्रोश

नारायणपुर गांव कटी बगिया से मोहान मुख्य मार्ग पर ही स्थित है गांव से 1 किलोमीटर से भी कम की दूरी पर हरौनी पुलिस चौकी स्थित है यूं इस तरह लगातार एक के बाद एक चोरी की घटनाओं के होने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहा है बताते चले कि अभी कुछ माह पूर्व भी गांव के तीन चार घरों में चोरियां हुई थी इसके अलावा सन 2010 में भी बोध राम सिंह के घर में इसी प्रकार की बड़ी चोरी को चोरों ने अंजाम दिया था। तब भी पुलिस केवल हाथ मलती रह गई थी।
गांव में लगातार इस तरह की बड़ी बड़ी चोरी की घटनाओं से समस्त गांव वालों में बेहद आक्रोश का माहौल है वही घटना पर चौकी इंचार्ज हरौनी ओंकार नाथ यादव व थाना प्रभारी रमेशचंद्र रावत ने मौके का मुआयना करते हुए पीड़ितों को एक हफ्ते में इस बड़ी वारदात का खुलासा करने का आश्वासन दिया है।

Check Also

सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व ने कोरोना योद्धा के रूप में फोटो जर्नलिस्ट साथियों का किया सम्मान

लखनऊ । कोरोना महामारी में लोगों जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क चिकत्सीय सुविधा दिलवाने के उद्देश्य …

चंबल वैली में मैराथन प्रतियोगिता का होगा विशाल आयोजन

-कभी दस्यु सम्राटों की रही क्रीड़ा स्थली अब प्रतिभागियों की बनेगी क्रीडा स्थली -चंबल वैली …

विश्व हिंदी दिवस 2021: हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए इन महान साहित्यकार ने किया था संघर्ष

-10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत के तत्कालीन …