डेस्क : बीते दिनों में ग्रामीण विकास विभाग ने 18 प्रखंड विकास पदाधिकारियों (बीडीओ) पर कार्रवाई की है। विभिन्न योजनाओं के संचालन में लापरवाही, कर्तव्यहीनता और वरीय पदाधिकारियों के आदेश का उल्लंघन करने आदि को लेकर बीडीओ को अलग-अलग दंड दिये गए हैं। किसी का वेतन वृद्धि अवरुद्ध किया गया तो किन्हीं को निंदन आदि का दंड दिया गया है।
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मिली जानकारी के मुताबिक वैशाली के राघोपुर के तत्कालीन बीडीओ विनोद कुमार को लंबित सामाजिक सुरक्षा पेंशन आवेदनों का समय पर निष्पादन नहीं करने, पैक्स चुनाव में संबंधित रिपोर्ट समय पर नहीं देने को लेकर दो वेतन वृद्धि अवरुद्ध करने और निंदन का दंड मिला है। पूर्णिया के अमौर बीडीओ रघुनंदन आनंद पर लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान में लापरवाही, उदासीनता और वरीय पदाधिकारियों के आदेश का उल्लंघन, नाली-गली पक्कीकरण कार्य में शिथिलता बरतने को लेकर भविष्य के लिए सचेत किया गया। कटिहार के कुर्सेला के तत्कालीन बीडीओ नूतन कुमारी को लोहिया स्वच्छ अभियान के अंतर्गत लक्ष्य से कम शौचालय को पूरा कराना, प्रोत्साहन राशि का भुगतान लंबित रखने को लेकर एक वेतन वृद्धि अवरुद्ध और निंदन का दंड दिया गया है।
पटना के मोकामा के तत्कालीन बडीओ सतीश कुमार को कार्य में लापरवही और उदासीनता पर एक वेतन वृद्धि और निंदन का दंड मिला है। इसी प्रकार अलग-अलग कारणों से अलग-बीडीओ पर कार्रवाई हुई है। पटना के पुनपुन के तत्कालीन बीडीओ अजीत कुमार प्रसाद को लोहिया स्वच्छ अभियान, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में कर्तव्यहीनता और वरीय पदाधिकारियों के आदेश की अवहेलना पर चेतावनी का दंड मिला है।