डेस्क : मौसम विभाग के अनुसार 14 मार्च को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के अलग अलग इलाकों में गरज और चमक के साथ तेज हवा के साथ बारिश देखी जा सकती है।
- बड़ी कार्रवाई :: BPSC पास शिक्षकों को ससमय नहीं दी सैलरी तो के के पाठक ने सभी DEO और DPO के वेतन पर लगाई रोक
- बड़ा खुलासा :: कोविशील्ड वैक्सीन का साइड इफेक्ट आया सामने, हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा
- चुन्ना अपहरण मामले में लालबाबू समेत 9 दोषी करार, 15 मई को सजा पर होगी सुनवाई
- Corex पीकर नशे में पहुंचा दूल्हा, शादी के मंडप में दुल्हन ने उठाया बड़ा कदम
- बिहार ANM बहाली पर हाई कोर्ट का बड़ा फैसला, 10709 पदों पर भर्ती का रास्ता साफ
समाचार एजेंसी एएनआइ ने मौसम विभाग के हवाले से बताया है कि अगले 72 घंटों में उत्तराखंड के देहरादून, उधम सिंह नगर, हरिद्वार और नैनीताल में आंधी के साथ भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। वहीं उत्तर प्रदेश के अलग अलग इलाकों में बिजली गिरने समेत बारिश से जुड़े हादसों में 25 लोगों की मौत हो गई है।
उत्तर प्रदेश में तेज हवा के साथ शुक्रवार को दिनभर बारिश होती रही और कई स्थानों पर ओले गिरे जिससे फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बिजली गिरने समेत मौसम से जुड़े हादसों में 25 लोगों की मौत होने सूचना है। बताया जाता है कि सीतापुर आठ, लखीमपुर पांच, बाराबंकी-बहराइच दो-दो, अयोध्या, बलरामपुर, हरदोई, कानपुर, बिजनौर, फतेहपुर, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
स्थानीय विभाग की मानें तो अगले दो से तीन दिन तक बदली, बूंदाबांदी और बारिश के आसार हैं। मध्य उत्तर प्रदेश में आंधी, पानी और ओलावृष्टि ने खेत में खड़ी फसलों को 60 फीसद तक बर्बाद कर दिया है। हरदोई, सीतापुर और बाराबंकी में तो बड़े-बड़े ओले गिरे और सड़ाकें पर बर्फ बिछ गई। सीतापुर में ओलावृष्टि से 245 गांव प्रभावित हुए हैं।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 14 मार्च को बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और सिक्किम के कई इलाकों में आंधी और गरज चमक के साथ बारिश दर्ज की जा सकती है। उत्तर बिहार के जिलों में अगले 24 घंटे तक बारिश की संभावना है। इस दौरान तराई के कुछ इलाकों में ओले भी पड़ सकते हैं। इसके बाद मौसम के साफ तथा शुष्क रहने का अनुमान है। मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक, 16 मार्च के बाद मैदानी इलाकों में मौसम साफ और शुष्क हो जाएगा और तापमान में भी बढ़ोत्तरी होगी। इससे लोगों को मौसमी बिमारियों से निजात मिल सकती है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ 15 मार्च तक पूरब में चला जाएगा। यही नहीं चक्रवाती सिस्टम भी निष्प्रभावी हो जाएगा।