Breaking News

लॉकडाउन में ऐसे रखें गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान, आपातकालिन परिस्थिति के लिए रहें हमेशा तैयार

मधुबनी : सुरक्षित मातृत्व के लिए गर्भावस्था के दौरान प्रसवपूर्व जांच के साथ संस्थागत प्रसव जरूरी है। कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुये गर्भवती महिलाओं के लिए भी सुरक्षा के नजरिए से घर में हीं रहना ज्यादा उचित है।

जिला अस्पतालों और स्वास्थ्य कर्मी भी अभी मुख्य रूप से कोरोना संक्रमित या संदिग्ध मरीजों के इलाज के लिए तत्पर हैं । इस समय में जिन घरों में गर्भवती महिलायेँ हैं, वहाँ अभिभावक उनके प्रसव को लेकर बिलकुल हीं नहीं घबराएँ । बल्कि उनका विशेष ख्याल रखें और प्रसव के लिए आवश्यक तैयारियां हमेशा उपलव्ध रखें ।

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बताया गया है कोरोनावायरस संक्रमण से गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को घबराने की नहीं , किन्तु विशेष ख्याल रखने कि जरूरत है ।

सांकेतिक चित्र

सदर अस्पताल के इमेर्जेंसी वार्ड और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध है प्रसव कि सुविधा:

सिविल सर्जन डॉ. किशोर चन्द्र चौधरी ने बताया कोरोना के संदिग्ध मरीजों के कारण किसी भी आपातकालीन सेवा में कोई भी रुकावट नहीं आई है । हालांकि कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण के कारण अधिकांश स्वास्थ्य कर्मी कोरोना के संदिग्ध या संक्रमित मरीजों को सेवा उपलब्ध कराने में जुटे हुये हैं . लेकिन सदर अस्पताल के एमेर्जेंसी वार्ड और सभी प्रखण्ड प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों पर भी बिना किसी रुकावट के गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराया जा रहा है ।विभाग द्वारा इसमें किसी भी प्रकार कि लापरवाही नहीं वरतने के सख्त निर्देश दिये गए हैं।उन्होने यह भी जानकारी दी कि सभी आशा कार्यकर्ताओं को ये निर्देश दिये गए हैं कि अपने क्षेत्र के गर्भवती महिलाओं का विशेष ख्याल रखें तथा गृहभ्रमण के समय उनको और उनके अभिभावकों को प्रसव से पहले कि तैयारियों और सावधानियों से अवगत कराये ताकि प्रसव के समय किसी भी आपातकालीन परिस्थिति से निपटा जा सके।

कैसे करें प्रसव कि तैयारी:

सुरक्षित मातृत्व के लिए संस्थागत प्रसव सबसे ज्यादा सुरक्षित उपाय है। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण हर जगह लॉकडाउन की स्थिति बन गयी है । घर से बाहर निकलना असुरक्षित हो गया है। ऐसे में जिस घर में गर्भवती महिला हों वहाँ विशेष सावधानी और तैयारी कि आवश्यकता होती है ।

• प्रसव के समय दवा या किसी जरूरी चीज के लिए आवश्यक रुपए पैसों कि व्यवस्था रखनी चाहिए।

• सभी आवश्यक नंबर जैसे निशुल्क एम्बुलेंस,आशा कार्यकर्ता , सदर अस्पताल ,प्राथमिक चिकित्सा केंद्र का नंबर कि जानकारी होनी चाहिए ।तथा जरूरत पड़ने पर 1-2 स्थानीय गाड़ी चालक का नंबर भी उपलव्ध होनी चाहिए

Check Also

यात्री बस में सफर के दौरान बरतें विशेष सावधानी, कोरोना संक्रमण से रहेंगे दूर

डेस्क : वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच कुछ शर्तों के साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट शुरू …

गर्भावस्था के दौरान अधिक थकावट हो तो थायराइड की कराएं जांच – डॉ विनय

डेस्क : कोरोना काल मे गर्भवती महिलाओं को ज़रूरी एहतियात बरतनी चाहिए। इस समय संक्रमण …

खुशहाल परिवार :: बच्चों में जरूर रखें 3 साल का अंतराल, पहला बच्चा 20 की उम्र के बाद

मधुबनी : कोरोना संक्रमण के प्रसार ने अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को नियमित रखने में चुनौतियाँ …