लखनऊ ब्यूरो (राज प्रताप सिंह) : उत्तर प्रदेश के बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों संग समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त लहजे में अफसरों को शिक्षा की गुणवत्ता के साथ ही कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर विभाग में कोई भी फाइल तीन दिन से ज्यादा रुकी तो अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बच्चों को पाठ्य पुस्तक, बैग और यूनिफॉर्म मुहैया कराने में देरी को लेकर अफसरों को फटकार लगाई और तत्काल देने के निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अफसर मुख्यालय में बैठने के बजाय फील्ड में जाकर सरप्राइज विजिट करें।
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उन्होंने विद्यालयों में सोलर पैनल लगाने पर भी जोर दिया साथ ही कायाकल्प योजना के तहत प्रधानाचार्य व जनसेवकों को आगे आने को कहा। वहीं, मध्याह्न भोजन योजना के तहत लखनऊ और मथुरा में अक्षयपात्र को आधार से लिंक कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा शिक्षा विभाग अपनी जरुरतों को लेकर शासन और प्रशासन को अवगत कराता रहे जिससे केंद्र और राज्य सरकार के बीच सकारात्मक तालमेल बना रहे।
हर महीने के पहले सप्ताह में ही मिले सैलरी
मुख्यमंत्री ने सख्त हिदायत दी कि शिक्षा विभाग के प्रत्येक कर्मचारी को महीने के पहले सप्ताह में ही सैलरी मिल जानी चाहिए। उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का माध्यमिक स्तर तक उच्चीकरण करने का आदेश दिया।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने राज्य अध्यापक पुरस्कार की एक प्रक्रिया व मानक तैयार करने का निर्देश दिया, साथ ही कागजी खानापूर्ति बंद करने की बात कही।